एडिलेड टेस्ट के दौरान हुई एक तीखी झड़प के बाद मोहम्मद सिराज और ट्रैविस हेड को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा एक-एक डिमेरिट पॉइंट दिया गया है। इसके अलावा, सिराज को उनके मैच फीस का 20% जुर्माने के रूप में देना होगा, जो उन्होंने हेड को आउट करने के बाद एक जोरदार जश्न के रूप में उनके खिलाफ किया था। आईसीसी के इस फैसले से मैदान पर अनुशासनहीनता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत मिलता है।
घटना का विवरण
सिराज का जोशीला जश्न
यह विवाद मैच के 82वें ओवर में हुआ जब सिराज ने ट्रैविस हेड को आउट किया और जोरदार जश्न मनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा किया। आईसीसी ने इसे आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 का उल्लंघन माना, जो ऐसे इशारों या हरकतों को रोकता है, जिससे आउट हुए बल्लेबाज को आक्रामक प्रतिक्रिया देने के लिए उकसाया जा सकता है।
ट्रैविस हेड की प्रतिक्रिया
हेड पर आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.13 के उल्लंघन का आरोप लगा, जो खिलाड़ियों, सहायक स्टाफ या अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक व्यवहार से संबंधित है। सिराज के अनुसार, हेड के कथित मौखिक दुर्व्यवहार ने उन्हें यह तीखी प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित किया, जबकि हेड ने दावा किया कि उनकी टिप्पणी केवल “अच्छी गेंद” कहने की थी, और सिराज की प्रतिक्रिया ने उन्हें “आश्चर्यचकित” और “निराश” कर दिया।
अनुशासनात्मक कार्रवाई
आईसीसी के प्रतिबंध
दोनों खिलाड़ियों ने अपने-अपने उल्लंघनों को स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी रंजन मदुगले द्वारा प्रस्तावित दंड को मंजूर कर लिया, जिससे औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। यह दोनों खिलाड़ियों का पिछले 24 महीनों में पहला अनुशासनात्मक उल्लंघन था, जिसके कारण प्रतिबंध अपेक्षाकृत हल्के रहे।
अनुच्छेद उल्लंघन का विवरण
- अनुच्छेद 2.5: ऐसे भाषा या इशारों पर ध्यान केंद्रित करता है, जो आउट होने वाले बल्लेबाज को आक्रामक प्रतिक्रिया देने के लिए उकसा सकते हैं।
- अनुच्छेद 2.13: मैच के दौरान खिलाड़ियों, सहायक स्टाफ या अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक व्यवहार से संबंधित है।
खिलाड़ियों के बयान
दोनों खिलाड़ियों ने मैच के बाद इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
- ट्रैविस हेड: उन्होंने निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने केवल ‘अच्छी गेंद’ कहा था, और प्रतिक्रिया अत्यधिक महसूस हुई।”
- मोहम्मद सिराज: उन्होंने हेड के दावे को खारिज करते हुए कहा, “हेड ने मेरी प्रशंसा करने के बजाय मुझे गाली दी।”
यह असहमति मैच के गर्म माहौल को दर्शाती है, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की उच्च दांव वाली स्थिति को उजागर करता है।
व्यापक दृष्टिकोण
यह घटना आईसीसी के खेल भावना को बनाए रखने के प्रयासों की याद दिलाती है। शासी निकाय मैदान पर खिलाड़ियों की पेशेवर और सम्मानजनक व्यवहार बनाए रखने पर जोर देता है, भले ही प्रतियोगिता कितनी भी तीव्र क्यों न हो।
आईसीसी की आचार संहिता के बारे में अधिक जानने के लिए आईसीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
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