विजय हजारे ट्रॉफीBreaking NewsCricket NewsDomestic CricketDomestic Matchesकर्नाटक क्रिकेटक्रिकेट फाइनलक्रिकेट समाचारभारत क्रिकेटभारतीय क्रिकेटभारतीय क्रिकेट न्यूज़भारतीय क्रिकेटर
पडीक्कल और शेट्टी के दम पर कर्नाटक ने फाइनल में बनाई जगह

कर्नाटक ने वडोदरा में खेले गए मुकाबले में हरियाणा को 5 विकेट से हराकर विजय हज़ारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बना ली। शानदार गेंदबाजी के लिए अबिलाष शेट्टी (4/34) और सधी हुई बल्लेबाजी के लिए देवदत्त पडीक्कल (86) और स्मरण रविचंद्रन (76) की जोड़ी को इस जीत का श्रेय जाता है।
कर्नाटक ने पहले गेंदबाजी करते हुए हरियाणा को 237/9 के औसत स्कोर पर रोक दिया। हरियाणा की ओर से हिमांशु राणा (43) और अंकित कुमार (41) ने शानदार शुरुआत की थी, लेकिन मिडल ऑर्डर में बैक-टू-बैक विकेट गिरने से उनकी पारी संभल नहीं पाई।
हरियाणा का औसत स्कोर
कोटाम्बी स्टेडियम में हरियाणा को पहले बल्लेबाजी का मौका मिला। शुरुआती साझेदारी में हिमांशु राणा (43) और अंकित कुमार (41) ने 102/1 तक टीम को पहुंचाया। लेकिन श्रेयस गोपाल ने 70 रन की मजबूत साझेदारी को तोड़ते हुए हरियाणा को बैकफुट पर धकेल दिया।
हरियाणा की टीम ने इसके बाद 27 रनों के भीतर चार विकेट गंवा दिए, जिससे उनकी पारी पटरी से उतर गई। अंतिम ओवरों में अनुज ठाकुर (23* रन, 15 गेंद) और अमित राणा (15* रन, 16 गेंद) की 39 रनों की साझेदारी ने स्कोर को थोड़ा संभालते हुए 237/9 तक पहुंचाया।
शेट्टी का शानदार प्रदर्शन
अबिलाष शेट्टी कर्नाटक के गेंदबाजी आक्रमण में चमके। उन्होंने पहली सफलता दिलाने के बाद एक ही ओवर में निशांत सिंधु और पार्थ वत्स को आउट किया। उनकी घातक गेंदबाजी का समर्थन प्रसिध कृष्णा (2/40) और श्रेयस गोपाल (2/36) ने किया। हरियाणा के कप्तान ने माना कि उनकी टीम “20-30 रन पीछे रह गई।”
कर्नाटक की शानदार बल्लेबाजी
पडीक्कल और रविचंद्रन ने संभाली पारी
लक्ष्य का पीछा करते हुए कर्नाटक की शुरुआत खराब रही। कप्तान मयंक अग्रवाल को पहले ही ओवर में अंशुल कांबोज ने पवेलियन भेज दिया। इसके बाद देवदत्त पडीक्कल और अनीश केवी ने दूसरे विकेट के लिए 62 रन जोड़े।
स्मरण रविचंद्रन के क्रीज पर आने के बाद खेल पूरी तरह से कर्नाटक के पक्ष में आ गया। दोनों ने मिलकर तेजी से रन बनाए और हरियाणा के गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। रविचंद्रन ने तीन छक्के और तीन चौके लगाए, जबकि पडीक्कल ने अपनी पारंपरिक शैली में आठ चौके और एक छक्का लगाया।
निचले क्रम ने की जीत सुनिश्चित
हालांकि दोनों बल्लेबाज शतक से चूक गए, लेकिन तब तक कर्नाटक जीत के करीब पहुंच चुका था। निचले क्रम में श्रेयस गोपाल (23)* ने पारी को स्थिरता प्रदान करते हुए 47.2 ओवर में टीम को जीत दिलाई।
कर्नाटक की मजबूत फॉर्म का संकेत
कर्नाटक ने इस सीजन में अपनी कंसिस्टेंसी और टीम प्रयासों से साबित कर दिया है कि वे फाइनल में ट्रॉफी जीतने के प्रबल दावेदार हैं। उनकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में गहराई दिखती है।
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