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IND vs SA: आलोचकों को ईशान किशन का करारा जवाब, बोले- सब मेरे जैसे छक्के नहीं लगा सकते
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में ईशान किशन ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 93 रन की बेहतरीन पारी खेली। किशन और श्रेयस अय्यर ने इस मैच में 129 रन की साझेदारी की और इसी साझेदारी की बदौलत भारत ने यह मैच सात विकेट से जीत लिया। भारत की जीत के बाद ईशान किशन ने अपनी स्ट्राइक रोटेशन और छक्के लगाने की क्षमता पर बात की। उन्होंने कहा कि वह छक्के लगाकर रन बनाते हैं और अपनी टीम को जीत दिलाते हैं। सभी उनकी तरह छक्के नहीं लगा सकते। वह फिलहाल स्ट्राइक रोटेशन के बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे हैं।
बीसीसीआई के खिलाफ काम कर रहे अधिकारी
किशन ने कहा “हम हमेशा सीखने की कोशिश करते हैं। जब भी हमें लगता है, हम अपनी गलतियों को दूर कर सकते हैं, लेकिन हम जिस स्तर का क्रिकेट खेल रहे हैं, उसके साथ हमें बहुत कुछ सीखना होता है। जिस दिन हम अच्छा खेलते हैं, हम अपनी गलतियों का विश्लेषण करते हैं और देखते हैं कि हम कैसे बेहतर हो सकते हैं। मैं अपने शतक से चूक गया, लेकिन 93 रन की पारी टीम में योगदान देने के मामले में भी अच्छी थी। जब आप शतक से चूकते हैं तो आपको बुरा लगता है, लेकिन अगली बार जब मैं ऐसी ही स्थिति में होता हूं, तो मैं कोशिश करूंगा कि शतक से नहीं चूकूं।”
स्ट्राइक रोटेट करना मेरी ताकत नहीं
किशन ने आगे कहा “जब स्ट्राइक रोटेट करने की बात आती है, तो कुछ खिलाड़ियों में स्ट्राइक रोटेट करने की ताकत होती है। कुछ खिलाड़ियों में बड़े शॉट मारने की ताकत होती है। बहुत से लोग मेरे जैसे छक्के नहीं मार सकते, मैं इसे आसानी से कर सकता हूं। छक्के मारना मेरी ताकत है, जब मैं बड़े शॉट्स के जरिए अपना काम कर सकता हूं, मैं तब स्ट्राइक रोटेट करने के बारे में नहीं सोचता। कई बार ऐसा होगा जब मुझे स्ट्राइक रोटेट करने की आवश्यकता होगी, इसलिए उसके लिए अभ्यास भी जरूरी है। लेकिन अगर गेंद छक्के के लिए है, और मेरी ताकत छक्का मारना है तो मुझे खुद को स्ट्राइक रोटेट करने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।”
किशन एक और छक्का लगाने की कोशिश में आउट हुए, और अपने पहले वनडे शतक से सिर्फ सात रन से चूक गए। उन्होंने इस पर कहा कि अगर गेंद छक्का मारने के लिए थी, तो वह बड़े शॉट का प्रयास करेंगे। क्योंकि टीम के लिए रन व्यक्तिगत उपलब्धि से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा “आज के क्रिकेट में स्ट्राइक रोटेशन महत्वपूर्ण है। आपके दिमाग में यह विचार आता है, कि ‘मैं एक शतक से सात रन दूर हूं और मुझे एक-एक रन लेकर वहां पहुंचना चाहिए’। लेकिन मैंने अपना क्रिकेट कभी इस तरह नहीं खेला है। अगर गेंद छक्के के लिए है तो मैं इसकी कोशिश करूंगा। मैं कभी भी सिर्फ अपने रनों के बारे में नहीं सोचता हूं। अगर मैं भारत के लिए खेल रहा हूं, और मैं अपने रनों के बारे में सोच रहा हूं, तो मैं प्रशंसकों को निराश कर रहा हूं।”
टी20 विश्व कप टीम से बाहर होने के बारे में पूछे जाने पर किशन ने कहा, “जाहिर है कि आपको बुरा लगता है जब आप किसी बड़े टूर्नामेंट के लिए टीम का हिस्सा नहीं होते हैं, अगर आप वहां अपनी जगह बनाते हैं तो यह गर्व की बात है। लेकिन मुझे लगता है कि कुछ ऐसे क्षेत्र होंगे जहां कमी होगी और चयनकर्ताओं और कोचों ने उन पर ध्यान दिया होगा। मुझे भी लगता है कि सुधार किया जा सकता है और मुझे पता है कि मैं बहुत बेहतर कर सकता हूं।”
“मुझे पता है कि यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं है, मैं बेहतर कर सकता हूं। हमारी मुख्य टीम में बहुत सारे खिलाड़ी हैं जो अच्छी फॉर्म में हैं। मैं अपने समय का इंतजार करूंगा। मुझे जब भी मौका मिले तब आत्म-विश्वास का होना जरूरी है।”