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Hardik Pandya: 2018 में पाकिस्तान के खिलाफ स्ट्रेचर पर बाहर आए थे हार्दिक, चार साल बाद उसी टीम की बजाई बैंड
भारत ने एशिया कप के मुकाबले में पाकिस्तान को पांच विकेट से हरा दिया। टीम इंडिया के लिए ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अपना जौहर दिखाया और भारत को जीत दिलाकर ही रुके।
हार्दिक ने धोनी स्टाइल में छक्का लगाकर मैच को खत्म किया। जिस वक्त हार्दिक बल्लेबाजी के लिए उतरे थे, उस वक्त भारतीय टीम मुश्किलों में थी। आखिरी पांच ओवर में जीत के लिए 51 रन चाहिए थे। ऐसे में हार्दिक ने 19वें ओवर में चौके की बरसात कर दी। फिर 20वें ओवर में बेहद कूल रहते हुए टीम इंडिया के लिए विनिंग सिक्स लगाया।
मैच जिताकर हार्दिक भारत के नए हीरो बन गए। हालांकि, यह बात बेहद कम लोग ही जानते होंगे कि चार साल पहले एशिया कप में ही हार्दिक गंभीर रूप से चोटिल हो गए थे। उन्हें तब स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा था। हालांकि, ये यादें हार्दिक के मन में ताजा थीं और इस बार वह कोई गलती नहीं करना चाहते थे।
उन्होंने न सिर्फ टीम इंडिया को जीत दिलाई, बल्कि उन पुरानी यादों को भी पीछे छोड़ दिया। पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में भी हार्दिक उस रोल को अच्छी तरह नहीं निभा पाए थे। इसके बाद उन्हें टीम से भी बाहर जाना पड़ा था। हालांकि, इस साल नेशनल टीम में वापसी के बाद से हार्दिक ने कई कमाल के प्रदर्शन किए हैं। इसी का इनाम उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाकर दिया गया।
दरअसल, यह घटना 2018 एशिया कप के दौरान की है। तब एशिया कप वनडे फॉर्मेट में खेला गया था। 19 सितंबर 2018 को भारतीय टीम दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में पाकिस्तान के सामने थी। इस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की थी। पाकिस्तान की पारी के 18वें ओवर में हार्दिक गेंदबाजी के लिए आए और बुरी तरह चोटिल हो गए थे। ओवर की पांचवीं गेंद डालने के बाद हार्दिक दर्द से कराहते हुए जमीन पर गिर पड़े थे।
उनकी मांसपेशियों में खिंचाव आया था। उन्हें इतना दर्द था कि वह खड़े भी नहीं हो पा रहे थे। तब हार्दिक को स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा था। स्ट्रेचर पर भी हार्दिक आंखें नहीं खोल पा रहे थे। उनके साथ उनके अजीज दोस्त राहुल खड़े थे। तब लोगों को ऐसा लगा था कि हार्दिक का करियर शायद खत्म हो जाएगा। मगर उन्होंने चोट से वापसी की और अब दुबई के ही मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताकर देश के हीरो बन गए।
पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में हार्दिक अनफिट होने के बावजूद खेले थे। तब वह सिर्फ बल्लेबाजी कर रहे थे और कमर में चोट के कारण गेंदबाजी नहीं कर रहे थे। हालांकि, उन्हें खिलाने को लेकर इंडियन टीम मैनेजमेंट की खूब आलोचना हुई थी। लोगों ने कहा था कि हार्दिक को प्लेइंग-11 में जगह नहीं देनी चाहिए थी।
इसके बाद हार्दिक को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया। लोग कहने लगे कि हार्दिक का करियर अब शायद खत्म हो गया। हालांकि, इस दौरान हार्दिक ने नेशनल क्रिकेट अकेडमी में जमकर मेहनत की। पूरी तरह फिटनेस हासिल की और आईपीएल से मैदान पर वापसी की।
आईपीएल में उन्हें गुजरात टाइटंस का कप्तान बनाया गया और उन्होंने अपने फ्रेंचाइजी को निराश नहीं किया। हार्दिक ने अपनी टीम को चैंपियन बनाया। इतना ही नहीं लीग में उन्होंने बल्ले और गेंद, दोनों से जबरदस्त प्रदर्शन किया। हार्दिक ने आईपीएल में 487 रन बनाए।
साथ ही फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे। उन्होंने कुल आठ विकेट भी लिए। इस जबरदस्त प्रदर्शन के बाद उन्हें इस साल जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम में शामिल किया गया। इसके बाद हार्दिक ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले महीने खेली गई टी-20 सीरीज जिताने में भी अहम भूमिका निभाई थी। हार्दिक अब टीम इंडिया के लिए हर मर्ज की दवा बन गए हैं। बैटिंग, बॉलिंग से लेकर मैच फिनिशर तक के रोल में हार्दिक भारतीय टीम के लिए अहम कड़ी साबित हो रहे हैं।