नई दिल्ली (The Inside News) : लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेस की है. आप ने कहा है कल कांग्रेस ने हरियाणा में गठबंधन करने से इनकार कर दिया. उससे पहले कांग्रेस ने पंजाब और गोवा में भी गठबंधन से इनकार किया था. हमारी मंशा संघीय ढांचे के लिए खतरनाक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी को हराना था. लेकिन अब अगर मोदी-शाह की जोड़ी सत्ता में आई तो इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार होगी.
बीजेपी अपने उम्मीदवार घोषित करने से डर रही है- सिसोदिया
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘’कांग्रेस ने कल हरियाणा को लेकर बातचीत पर पूर्ण विराम लगा दिया. हमने दिल्ली, गोवा, पंजाब और हरियाणा सहित कुल 33 सीटों पर गठबंधन का प्लान बनाया था. लेकिन कांग्रेस ने दिल्ली को छोड़कर सभी जगह गठबंधन करने से मना कर दिया.’’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में बीजेपी अपने उम्मीदवार घोषित करने से डर रही है.
दिल्ली में कांग्रेस का कोई विधायक या सांसद नहीं- सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘’दिल्ली में कांग्रेस का कोई विधायक या सांसद नहीं है, लेकिन फिर भी कांग्रेस दिल्ली में 3 सीटें मांग रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘’हरियाणा में कांग्रेस के सभी नेता मानते हैं कि वो हार रहे हैं. हमने कोशिश की कि जेजेपी और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ें. जींद का उपचुनाव हम सबने देखा है.’’
बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर कई महीनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पहले तो कांग्रेस में ही आप से गठबंधन को लेकर दो राय थी. शीला दीक्षित का खेमा गठबंधन का विरोध कर रहा था. वहीं अजय माकन और पीसी चाको इसके समर्थन में थे. जब पार्टी में करीब-करीब सहमति बनी तो आप ने हरियाणा और पंजाब में भी गठबंधन की शर्त रख दी. लेकिन पंजाब में गठबंधन से कांग्रेस ने साफ-साफ शब्दों में इनकार कर दिया.
दिल्ली में लोकसभा की सात सीटें हैं और यहां भी हरियाणा के साथ 12 मई को वोट डाले जाएंगे. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी.