वसीम अकरम ने बताया है कि भारत और पाकिस्तान का मैच बहुत ही करीबी मोड़ पर था और पाकिस्तान की टीम पर हार का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे में पाकिस्तान के जाकिर खान और मोहसिन कमाल रोने लगे थे।
एशिया कप में भारतीय टीम का पहला मुकाबला पाकिस्तान के साथ है। इस टूर्नामेंट में दोनों टीमें 15वीं बार आमने-सामने होंगी। अब तक एशिया कप में भारत का पलडा पाकिस्तान पर भारी रहा है। दोनों टीमें के मुकाबले बहुत ही रोमांचक होते हैं। सिर्फ इन दो देशों के फैंस नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस की निगाहें इस मुकाबले पर होती हैं। इसी वजह से खिलाड़ियों पर भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान बहुत ज्यादा दबाव रहता है। कुछ खिलाड़ी इस दबाव में निखर जाते हैं तो कुछ बिखर जाते हैं। एक मामला तो ऐसा भी है, जब पाकिस्तानी खिलाड़ी मैच के दौरान रोने लगे थे।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने इसका खुलासा किया है। 1986 में ऑस्ट्रल-एशिया कप का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहा था। यह मैच कई मायनों में ऐतिहासिक था और इसी मैच के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ी रोने लगे थे।
इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 245 रन बनाए थे। सुनील गावस्कर ने 92, कृष्णामचारी श्रीकांत ने 75 और दिलीप वेंगसरकर ने 50 रन की पारी खेली थी। इसके जवाब में पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं थी। नौ रन के स्कोर पर पहला विकेट गिरा और 181 के स्कोर पर आधी टीम पवेलियन लौट गई। 241 रन के स्कोर पर पाकिस्तान का नौवां विकेट गिर गया, लेकिन जावेद मियांदाद शतक लगाकर खेल रहे थे। पाकिस्तान को जीत के लिए अभी भी जीत के लिए पांच रन की जरूरत थी।
पाकिस्तान पर हार का खतरा मंडरा रहा था और टीम के खिलाड़ी रोने लगे। वसीम अकरम ने एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में कहा “मुझे याद है मैं रन आउट हो गया था। तौसीफ अहमद ने सिंगल लिया फिर मिंयादाद ने वह (छक्का लगाया) किया। मैं तब युवा खिलाड़ी था। जाकिर खान और मोहसिन कमाल भी युवा खिलाड़ी थे। दोनों बिना रुके रो रहे थे। मैंने पूछा कि तुम क्यों रो रहे हो भाई। दोनों ने कहा कि हमें यह मैच जीतना है। मैंने कहा कि अगर रोने से मैच जीत सकते हैं तो मैं भी तुम दोनों के साथ रोना शुरू कर देता हूं। अब इतना सोचो की जावेद भाई के बल्ले पर गेंद बढ़िया से आए।”
इस मैच में जावेद मिंयादाद ने चेतन शर्मा की गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। यह मैच की आखिरी गेंद थी। ऑस्ट्रल-एशिया कप में कुल पांच टीमें भाग लेती थीं। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें इस टूर्नामेंट का हिस्सा थीं।