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भारत के खिलाफ कंगारू टीम में बदलाव: बेली ने बताया, क्यों लिया गया सैम कोनस्टास को शामिल
ऑस्ट्रेलिया ने 20 दिसंबर, शुक्रवार को अपनी टीम में बदलाव की घोषणा की, जब 19 साल के सैम कोनस्टास को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए नाथन मैकस्वीनी के स्थान पर टीम में शामिल किया गया। कोनस्टास ने इस साल की शुरुआत में शैफील्ड शील्ड में न्यू साउथ वेल्स के लिए साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो शतक लगाए थे, जिसके बाद उन्होंने कैनबरा में भारत के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मैच में भी शतक ठोका, जिससे चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित हुआ।
बेली का बयान: भारत को चुनौती देने के लिए एक नया तरीका
ऑस्ट्रेलिया के चीफ सिलेक्टर जॉर्ज बेली ने कहा कि टीम इंडिया के खिलाफ कुछ अलग करने के लिए कोनस्टास को टीम में लिया गया। उन्होंने कहा, “हमारी टीम का शीर्ष तीन बल्लेबाजों का प्रदर्शन अब तक एक जैसा रहा है, और हमें कुछ नया करने की आवश्यकता महसूस हुई। सैम की शैली नाथन से अलग है, और वह भारत को नए तरीके से चुनौती देने में मदद कर सकते हैं।”
बेली ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया की इस श्रृंखला में अब तक सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी 31 रनों की रही है, जो उनके लिए चिंता का विषय है। उन्होंने यह माना कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष छह बल्लेबाजों का प्रदर्शन उनकी उम्मीदों के अनुसार नहीं रहा है।
नाथन मैकस्वीनी का समर्थन: बेली ने की तारीफ
हालांकि नाथन मैकस्वीनी को टीम से बाहर किया गया है, बेली ने इस युवा बल्लेबाज का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें अभी भी टेस्ट क्रिकेट में सफलता मिलने की उम्मीद है। बेली ने कहा, “नैथन निराश हैं, लेकिन हमने उन्हें यही संदेश दिया है कि हम उनके क्षमता और मानसिकता पर विश्वास रखते हैं। हमें इस सीरीज में कुछ अलग करने के लिए बदलाव की आवश्यकता थी।”
बेली ने यह भी स्पष्ट किया कि मैकस्वीनी को सीरीज की शुरुआत में उनकी शानदार फॉर्म के आधार पर ही टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि सीरीज के दौरान उनकी फॉर्म उम्मीद के अनुसार नहीं रही। उन्होंने कहा कि यह उनके करियर की शुरुआत है, और उन्हें भविष्य में मौका मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर बेली का विचार
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने अब तक श्रृंखला में कोई बड़ी पारी नहीं खेली है। मार्नस लैबुशेन के पास सबसे बड़ी पारी 82 रन की है, जिसमें से 64 रन उन्होंने एक ही पारी में बनाये। इस बीच, उस्मान ख्वाजा ने अब तक सिर्फ 63 रन बनाये हैं और उन्हें जसप्रीत बुमराह के खिलाफ संघर्ष का सामना करना पड़ा है। हालांकि बेली ने ख्वाजा के बारे में कहा कि उन्हें टीम से बाहर करने पर विचार नहीं किया गया।
बेली ने कहा, “हम हमेशा अपने सीनियर खिलाड़ियों से उम्मीद करते हैं कि वे नेतृत्व करें और टीम को दिशा दें। खासकर उस्मान ख्वाजा को, क्योंकि वह एक बेहतरीन बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और हमारे शीर्ष क्रम में उनकी अहमियत है।”
सैम कोनस्टास को मिले नए अवसर की उम्मीद
बेली ने यह उम्मीद जताई कि सैम कोनस्टास टीम के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और उनका एक बड़ा व्यक्तिगत प्रदर्शन टीम को आगे बढ़ने में मदद करेगा। बेली ने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि सैम का प्रदर्शन टीम को बढ़ावा देगा और उन्हें और टीम को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।”
ऑस्ट्रेलिया अब इस बदलाव के साथ भारत के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव लाने की कोशिश करेगा और उम्मीद करेगा कि कोनस्टास का नया दृष्टिकोण टीम के लिए सफलता लेकर आए।